
जयपुर: राजस्थान में स्टेट जीएसटी (एसजीएसटी) की टीम ने कोटा और नागौर जिले में पान मसाला और जर्दा निर्माता इकाइयों पर पिछले पांच दिनों से 9 ठिकानों पर छापेमारी की है। इस कार्रवाई में अब तक 1580 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी उजागर हुई है। राज्य सरकार की "जीरो टॉलरेंस" नीति के तहत शासन सचिव वित्त राजस्व एवं मुख्य आयुक्त एसजीएसटी कुमार पाल गौतम के निर्देशन में यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बिना बिल के पान मसाला और जर्दा की बिक्री पर 1500 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी पकड़ी गई। दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
कोटा की नामी कंपनी पर एसजीएसटी की बड़ी रेड
कोटा के इंद्रप्रस्थ इंडस्ट्रियल एरिया में एक बड़े ब्रांड की तीन पान मसाला फैक्ट्रियों पर सर्च के दौरान करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी के साक्ष्य मिले। एसजीएसटी ने भारी मात्रा में सुपारी, पिपरमेंट, एसेंस, कृत्रिम कत्था, तंबाकू एक्सट्रैक्ट, पैकिंग मटेरियल, कच्चा जर्दा और फिनिश्ड तंबाकू जब्त किया। चार ट्रकों में लदा राज निवास ब्रांड का पान मसाला और जर्दा भी बरामद हुआ। करीब 600 कट्टों में कैंसरकारी सिंथेटिक कत्था और गैंबियर जैसा पाउडर मिला। यह कंपनी पिछले 10 साल से बिना इनवॉइस और ई-बिल के दर्जनों राज्यों में माल बेच रही थी।
कर चोर गिरोह का मास्टरमाइंड कमल नागोरी
इस कर चोरी गिरोह का मास्टरमाइंड कमल नागोरी उर्फ कमल किशोर अग्रवाल है, जो लंबे समय से सिगरेट, बीड़ी, गुटका, पान मसाला और जर्दा के कारोबार में सक्रिय है। अगस्त 2020 में केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई में वह जेल जा चुका है। विभाग ने इस ऑपरेशन से पहले एक माह तक गुप्त सूचनाएं एकत्र की थीं। यह प्रदेश में इस तरह की पहली बड़ी कार्रवाई है।
लगातार 120 घंटे की कार्रवाई
पिछले 120 घंटों से 60 एसजीएसटी अधिकारी लगातार छापेमारी और सर्च ऑपरेशन में जुटे हैं। इस दौरान लाखों रुपये का कच्चा माल और तैयार पान मसाला-जर्दा जब्त किया गया। सरकार ने नशे के कारोबार और टैक्स चोरी पर कड़ा रुख अपनाते हुए इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।