
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड (जेडी) वेंस इन दिनों चार दिवसीय भारत दौरे पर हैं, जिसमें वे 21 अप्रैल से राजस्थान की राजधानी जयपुर में मौजूद हैं। अपने दौरे के दूसरे दिन यानी 22 अप्रैल को उन्होंने ऐतिहासिक आमेर महल का भ्रमण किया और बाद में जयपुर में आयोजित बिजनेस समिट को संबोधित किया।
उनकी यह यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक दौरा नहीं बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों के एक नए दौर की संभावनाओं को लेकर देखी जा रही है। इस यात्रा ने लोगों को 23 मार्च 2000 की वो ऐतिहासिक घड़ी याद दिला दी, जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने जयपुर की यात्रा की थी।
बिल क्लिंटन की यात्रा को उस समय राजनीतिक, तकनीकी और सामाजिक बदलावों की दिशा में एक बड़ी शुरुआत माना गया था। वे जयपुर में दो दिन रुके थे और उनके दौरे के दौरान न केवल सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे, बल्कि कई प्रशासनिक प्रक्रियाएं भी बदली थीं।
इतनी कड़ी सुरक्षा थी कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्यपाल को भी सुरक्षा कारणों से कुछ समय के लिए रोका गया था। इस दौरे के बाद ही राजस्थान सरकार ने ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देते हुए ‘ई-मित्र’ योजना की शुरुआत की थी, जिसने प्रशासनिक कामकाज को डिजिटल दिशा दी।
अब जब जेडी वेंस जयपुर में हैं, वैश्विक परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है। वर्तमान समय में अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ, व्यापार युद्ध और तकनीकी साझेदारी को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। ऐसे समय में उनका भारत आना और विशेष रूप से जयपुर जैसे सांस्कृतिक व ऐतिहासिक शहर में ठहरना कूटनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है।
बिजनेस समिट के दौरान वेंस ने भारत के साथ व्यापारिक साझेदारी को गहरा करने की बात कही और स्टार्टअप, क्लीन एनर्जी, और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर जैसे विषयों पर खुलकर बातचीत की।
2000 में क्लिंटन की यात्रा के दौरान भारत आर्थिक सुधारों के शुरुआती दौर में था।
2025 में वेंस की यात्रा के समय भारत वैश्विक टेक और ट्रेड पावर बनकर उभरा है।
तब ई-गवर्नेंस की शुरुआत हो रही थी, आज डिजिटल इंडिया विश्व स्तर पर मिसाल है।
दोनों दौर में जयपुर को अमेरिकी नेताओं ने एक सांस्कृतिक सेतु के रूप में चुना — यह अपने आप में खास संदेश देता है।
बिल क्लिंटन और अब जेडी वेंस — दोनों की यात्राओं ने साबित किया है कि जयपुर न केवल भारत का सांस्कृतिक केंद्र है, बल्कि राजनयिक संवाद और वैश्विक साझेदारी की अहम कड़ी भी बन चुका है।