
सलमान खान अब एक वॉर ड्रामा फिल्म में नजर आएंगे, जो साल 2020 में हुए गलवान घाटी संघर्ष पर आधारित है। इस फिल्म में वह कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू की भूमिका निभाएंगे, जिन्होंने चीनी सेना के खिलाफ संघर्ष में वीरगति पाई थी।
यह फिल्म शिव अरूर और राहुल सिंह द्वारा लिखी गई चर्चित किताब ‘India’s Most Fearless 3’ (2022) के पहले चैप्टर पर आधारित है। फिल्म का निर्देशन अपूर्व लाखिया कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, निर्देशक ने चैप्टर के अधिकार हासिल कर लिए हैं, जिसका शीर्षक है:
“मैंने कभी ऐसी भयंकर लड़ाई नहीं देखी – जून 2020 में गलवान में हुई झड़प”। इस अध्याय में बताया गया है कि कैसे भारतीय सैनिकों ने, संख्या में कम होते हुए भी, चीनी पीएलए के अत्यधिक प्रशिक्षित सैनिकों का डटकर सामना किया।
सूत्रों के अनुसार, फिल्म का स्क्रीनप्ले सुरेश नायर, चिंतन गांधी और चिंतन शाह ने मिलकर तैयार किया है। फिल्म की शूटिंग जुलाई के दूसरे सप्ताह से शुरू होगी और यह लगभग 70 दिनों तक मुंबई और लद्दाख के लोकेशनों पर चलेगी। सलमान खान ने अपने किरदार के लिए शारीरिक तैयारी भी शुरू कर दी है और वह पनवेल स्थित फार्महाउस में विशेष ट्रेनिंग ले रहे हैं।
फिल्म में सलमान के अलावा तीन युवा कलाकार भी प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे। यह फिल्म ना सिर्फ एक एक्शन ड्रामा होगी, बल्कि भारतीय सेना की बहादुरी और देशभक्ति की गाथा को भी दर्शाएगी।
कर्नल संतोष बाबू भारतीय सेना की 16 बिहार रेजिमेंट का नेतृत्व कर रहे थे जब जून 2020 में गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प हुई। उन्होंने 14 जून 2020 को शहीदी प्राप्त की थी जब वे चीनी सैनिकों से बातचीत कर स्थिति को सुलझाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन हालात बिगड़ गए और दोनों पक्षों में हाथापाई हुई, जिसमें कर्नल बाबू को गंभीर चोटें आईं। उन्होंने अंतिम सांस तक नेतृत्व किया और अपने सैनिकों को मोर्चे पर डटे रहने के लिए प्रेरित किया।
उनकी बहादुरी और बलिदान के लिए उन्हें मरणोपरांत ‘महावीर चक्र’, जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा युद्धकालीन वीरता पुरस्कार है, से सम्मानित किया गया। उनका अंतिम संस्कार 18 जून 2020 को पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने 14 जून 2020 को LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के पास भारत और चीन के बीच हुए समझौते का उल्लंघन करते हुए टेंट और एक निगरानी चौकी बना ली थी। इसी पर चर्चा करने के लिए कर्नल बाबू ने चीनी सैनिकों से बातचीत शुरू की थी। बातचीत जल्द ही एक हिंसक झड़प में बदल गई। इस संघर्ष में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे, जिनमें कर्नल बाबू भी शामिल थे।
यह फिल्म एक ऐसे शहीद की कहानी को बड़े पर्दे पर लाएगी, जिसने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। सलमान खान की यह भूमिका न केवल उनकी एक्टिंग का नया आयाम दिखाएगी, बल्कि भारतीय सेना की वीरता को भी श्रद्धांजलि देगी।