
राजधानी लखनऊ की तस्वीर अब और ज्यादा खूबसूरत और आधुनिक होने जा रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) शहर के बुनियादी ढांचे को नया स्वरूप देने के लिए दो बड़ी विकास परियोजनाओं की शुरुआत करने जा रहा है, जिनकी कुल लागत लगभग 3300 करोड़ रुपये है। इन दोनों परियोजनाओं को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर अगले तीन वर्षों में विकसित किया जाएगा।
पहली परियोजना लखनऊ के 1090 चौराहा क्षेत्र से जुड़ी है, जिसे पूरी तरह नया और आधुनिक स्वरूप दिया जाएगा। लगभग 5.5 एकड़ भूमि पर करीब 800 करोड़ रुपये की लागत से होटल, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और ऑफिस स्पेस विकसित किए जाएंगे। यह इलाका लखनऊ का एक महत्वपूर्ण ट्रैफिक ज़ोन है, जहां से हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं और कई अहम सरकारी कार्यालय भी स्थित हैं। इस मल्टीफंक्शनल कॉम्प्लेक्स के निर्माण से व्यापार, टूरिज्म और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
दूसरी परियोजना शहीद पथ के पास, पुलिस मुख्यालय के पीछे स्थित लगभग 51 एकड़ भूमि पर लागू की जाएगी। यहां गोमती नदी के किनारे हाई-राइज रेसिडेंशियल टावर्स और लक्ज़री अपार्टमेंट्स का निर्माण किया जाएगा। यह क्षेत्र न केवल लोकेशन के लिहाज से बेहतरीन है, बल्कि यहाँ रहने वालों को सुंदर, सुव्यवस्थित और आधुनिक जीवनशैली की सुविधाएं भी मिलेंगी।
एलडीए अधिकारियों के मुताबिक, दोनों परियोजनाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से निवेश प्रस्ताव मंगाए गए हैं। विकास कार्यों में हरित क्षेत्र, आधुनिक सड़कें, जल निकासी, बिजली व्यवस्था, सुरक्षा और स्मार्ट पार्किंग जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं भी शामिल होंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में लखनऊ को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। एलडीए की ये दोनों योजनाएं इस दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। इससे न केवल शहर को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी, बल्कि हजारों लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी बनेंगे।
गौरतलब है कि एलडीए ने हाल के वर्षों में गोमती रिवर फ्रंट, अवध शिल्पग्राम, हुसैनगंज अंडरपास और मल्टीलेवल पार्किंग जैसी कई परियोजनाएं सफलतापूर्वक पूरी की हैं। अब ये नई योजनाएं लखनऊ को एक आधुनिक, सुंदर और व्यवस्थित शहर बनाने की दिशा में अगला बड़ा कदम साबित होंगी।