
हरियाणा पुलिस पर हमले का मुख्य आरोपी गोपाल गुर्जर सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी भीलवाड़ा जिले के मांडल पुलिस को मिली सफलता के रूप में सामने आई। मांडल थानाधिकारी राजपाल सिंह ने बताया कि गोपाल गुर्जर पर 10 हजार रुपये का इनाम था। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को पुलिस ने एक किलोमीटर तक पैदल चलाकर अदालत तक ले जाया। गोपाल गुर्जर के खिलाफ मांडल थाने में भी मामला दर्ज है। थानाधिकारी के अनुसार, वह एचबीएस गैंग का सरगना है और आपराधिक प्रवृत्तियों में लिप्त है।
गोपाल गुर्जर पर सोशल मीडिया के माध्यम से दहशत फैलाने का आरोप है। एचबीएस गैंग मादक पदार्थों की तस्करी और बजरी माफियाओं को संरक्षण देने के काम में भी शामिल है। तीन दिन पहले, बिना नंबर की एक कार से मादक पदार्थ की तस्करी करते हुए एक युवक को पकड़ा गया था, और तस्कर की कार पर एचबीएस लिखा हुआ था। गिरफ्तारी के बाद, गोपाल गुर्जर का मेडिकल परीक्षण उप जिला चिकित्सालय में कराया गया, और फिर उसे अदालत में पेश करने से पहले पुलिस ने उसकी परेड कराई।
थानाधिकारी ने बताया कि अपराधी की परेड से पुलिस के प्रति आमजन का विश्वास बढ़ेगा और अपराधियों में डर पैदा होगा। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करने से अपराध जगत में शोहरत नहीं मिलती, बल्कि पकड़े जाने पर हालात पूरी तरह बदल जाते हैं। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद गोपाल गुर्जर की हेकड़ी खत्म हो गई, और परेड के दौरान उसने हाथ जोड़कर अपराध से दूर रहने की बात कही। उसने यह भी कहा कि वह पुलिस को कभी कमजोर नहीं समझेगा।
यह भी उल्लेखनीय है कि हरियाणा पुलिस पर हमला करने के आरोप में 10 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। मांडल पुलिस ने आशीर्वाद होटल के सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान की थी, और मुख्य आरोपी गोपाल गुर्जर फरार था। 21 अप्रैल 2024 को हरियाणा पुलिस के जवान बाईपास नेशनल हाइवे 79 पर खाना खाने के लिए रुके थे, तभी 8-10 की संख्या में लोगों ने बेवजह पुलिस जवानों पर हमला कर दिया था। हमलावरों ने पुलिस की बस पर पत्थरबाजी भी की थी, जिससे बस के कांच टूट गए थे।
साइबर सेल और मुखबिर के सहयोग से पुलिस को इस घटना के मुख्य आरोपी गोपाल गुर्जर की गिरफ्तारी में सफलता मिली। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने इस घटना का खुलासा करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था, जिसकी मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया।