
कर्मचारी उस कंपनी में ज़यादा समय तक काम करते है, जो अपनी उन्नति में नवीनता और आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते है। एक संस्था में लम्बे समय तक कार्य करने के लिए, अनेक उच्च महत्वपूर्ण वजह होती है, उसमे से कुछ यह वजह भी शामिल है, जैसे महंगे उपकरणों के प्रयोग का प्रशिक्षण और अपनी आजीविका का विकास करने में कर्मचरियो को सहायता प्रदान करना, यह शोध मुंबई में स्थापित संस्था का है जो इंटरनेशनल लर्निंग एक्सपिरिएने को बढ़ावा देती है, यह संस्था सी.आई.ई.एल. मानव संसाधन समूह द्वारा संचालित है।
शोध का विषय है "महत्वपूर्ण तथ्य जो कार्मिक विकास और अवधि को बढ़ाते है ", इस शोध में 650 पेशेवर विशिष्ट व्यक्तियों ने हिस्सा लिया, जो विभिन क्षेत्रों की कंपनी से वास्ता रखते है और इनमें वह विभिन पदों पे कार्यकर्ता है, इस शोध का उद्देश्य इन पेशेवर लोगो के नज़रिये को समझने का है।
प्रतिस्पर्धा और अस्थिरता से भरे जॉब मार्किट के इस शोध से यह सामने आया कि, 49 प्रतिशत विशिष्ट पेशेवर लोग आजीविका में बढ़ोतरी को उच्चतम प्राथमिकता देते है और इसी वजह से वह एक कंपनी में लम्बे समय तक कार्य करते है, जबकि 52 प्रतिशत कार्य के शुरुवाती दौर वाले व्यक्ति अपने निरंतर कौशल के विकास और संगठन के प्रति वफ़ादारी को महत्वपूर्णता देते है। 60 प्रतिशत मध्य स्तरिया कर्मचारी नयी जिम्मेदारियों को अपनी जीवनशैली में शामिल करने को और नए प्रशिक्षण अपनी आजीविका में बढ़ोतरी को वजह मानते है।
एक ढांचे के समान आजीविका में विकास और कड़ी शिक्षा के अवसर करमचारियो के लिए महत्वपूर्ण वजह. जो उनको एक संगठन से जोड़े रखती है। अगर यह सब वजह एक संगठन अपने करमचारियो को ज्ञात करवाई जाये, तो कर्मचारियों को एकल स्तर पर पूर्णता का एहसास दिलाया जा सकता है और संगठन के उद्देश्य की पूर्ति भी करि जा सकती है।
जब कर्मचारी को मान्यता प्राप्त होती है और सहारा मिलता है तो उनके आजीविका का सफर सरल हो जाता है, जिससे संगठन के प्रति कर्मचारी की वफ़ादारी और सगाई कुदरती स्वरुप से बढ़ जाती है , यह कहना है आदित्य नारायण मिश्रा, मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव अफसर ऑफ़ सी.आई.ई.एल. मानव संसाधन का।
मानसी सिंघल, मर्सर व्ययसाय प्रतिष्ठान की आजीविका नेता, ने अपने नज़रिये को बताते हुए नयी शिक्षा के अवसर जल्दी प्रदान किये जाने और आजीविका में वृद्धि को महत्वता देते हुए अनेक दूसरे प्रकार की वजह जैसे कंपनसेशन और फायदे को कम अहमियत दी। मानसी ने कंपनियों के ध्यान को प्रकाशित करते हुए, कौशल विकास की नीतियों, प्रबंधक प्रशिक्षण और शिक्षा विकास को एकल स्तर पर संतुष्टि प्रदान करने की विधि बताई।