
बंगाल की खाड़ी से 2 दिसंबर को उठा साइक्लोन मिचौंग आंध्र प्रदेश तट से टकराकर उत्तर की ओर बढ़ गया है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, तेलंगाना पहुंचते ही साइक्लोन कमजोर पड़ गया।
5 दिसंबर को दोपहर 1 बजे तूफान ने बापटला में नेल्लोर-मछलीपट्टनम के बीच लैंडफॉल किया था। इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और तेज बारिश हुई।
तूफान का सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हुआ। आंध्र प्रदेश के CM ऑफिस की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, मिचौंग के चलते 194 गांव और दो शहरों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए। वहीं 25 गांवों में बाढ़ आई।
तमिलनाडु में तूफान की वजह से राज्य में 2 दिनों में 3 महीने की बारिश हो गई। चेन्नई शहर पानी में डूब गया, जिसके कारण 17 लोगों की मौत हो चुकी है। CM एमके स्टालिन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 5060 करोड़ रुपये की राहत की मांग की।
21 अक्टूबर: अरब सागर में आया तेज तूफान, ओमान की ओर बढ़ा
अक्टूबर में अरब सागर में तेज नाम का तूफान उठा था। पहले इसके भारत की तरफ आने की संभावना थी। बाद में IMD ने बताया कि चक्रवाती तूफान का गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने का खतरा टल गया है। यह तूफान गुजरात से 1600 किमी दूर ओमान और यमन की तरफ बढ़ गया है।
13 जून : अरब सागर से उठे तूफान बिपरजॉय ने गुजरात, महाराष्ट्र में मचाई तबाही
13 जून को अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान ने भारत में काफी तबाही मचाई थी। 15 जून की शाम को तूफान गुजरात के कच्छ जिले के जखौ पोर्ट से टकराया। इस दौरान 150 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इसके चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई। गुजरात में 9 लोगों की मौत हो गई थी।
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