
करवाचौथ को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। सुहागिन महिलाओं के लिए इससे बड़ा कोई और पर्व है ही नहीं। बुधवार को करवाचौथ का पर्व सुहागिन महिलाएं बड़ी श्रद्धा से मनाएंगी। दिनभर निर्जला व्रत रखकर वे शाम को चांद के दर्शन कर व्रत पूरा करेंगी। शहर में कई जगह सजे हुए खूबसूरत करवे बक्री के लिए सजे हैं। इतना ही नहीं। कई जगह बताशे वालों ने शक्कर से बने करवे भी बिक्री के लिए रखे हैं। मंगलवार को दिनभर बाजार में महिलाएं त्योहार से संबंधित खरीदारी व तैयारियों को अंतिम रूप देती नजर आई।
पूजा का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य सुगन नागर ने बताया कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर रात 9.30 बजे से से एक नवंबर रात 9.19 बजे तक है। उदया तिथि के अनुसार करवाचौथ बुधवार को है। व्रत का समय सुबह 06:38 से रात 08:28 बजे तक रहेगा। करवा पूजा का मुहूर्त शाम 05.42 से रात्रि 07.02 बजे तक है।
चांद कब निकलेगा?
करवाचौथ की शाम बारां में चांद 8.28 बजे दिखाई देगा। इस दिन चांद निकलने का व्रत कर रही महिलाओं को खासा इंतजार रहता है।
खूब बिके चूड़ी, कंगन और करवे
इधर जिले के छबड़ा में भी करवा चौथ पर बाजारों में खासी गहमागहमी रही। मंगलवार को साड़ी, ज्वैलरी सहित जनरल स्टोर पर खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। इसके अलावा डिजाइनर करवा, छलनी भी खूब बिके। जनरल स्टोर पर आकर्षक चूड़ी और कंगन की नई वैरायटी महिलाओं को लुभा रही है। लाल चूडिय़ां भी महिलाओं की पहली पसंद बनी हुई हैं।
ब्यूटी पार्लर भी बुक
करवा चौथ को लेकर यहां के ब्यूटी पार्लर भी पहले से ही बुक हो गए हैं। पार्लर संचालकों को भी अच्छी ग्राहकी हुई। दो दिन पूर्व से ही ब्यूटी पार्लरों पर भीड़ नजर आने लगी थी। करवा चौथ को लेकर बाजार में नई-नई डिजाइन की साड़ी, ज्वेलरी, चूड़ी, कंगन सहित 16 श्रृंगार का सामान उपलब्ध है। साड़ी दुकान संचालक ने बताया कि महिलाओं को डोला सिल्क, शिफॉन, डिजाइनर साड़ी, पट्टी बॉर्डर साडिय़ां पसंद आ रही हैं और 1000 से लेकर 1500 रुपए की रेंज में साडिय़ों की बिक्री ज्यादा है।सोना महंगा होने के कारण महिलाएं कम वजन स्वर्ण आभूषण पसंद कर रही है। सर्राफा व्यापारियों ने भी कम वजन में सुंदर आभूषणों का स्टॉक किया है। चांदी की आकर्षक ज्वैलरी भी महिलाओं को खूब भा रही है। नई डिजाइन की आर्टिफिशियल ज्वैलरी भी खूब खरीद रही हैं।